Mahendra Singh Dhoniधोनी बूढ़े हो गए हैं...
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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के संन्यास को लेकर चर्चा फिर से तेज हो गई है। उम्र के इस पड़ाव पर भी धोनी का क्रिकेट के प्रति जुनून देखते ही बनता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या उन्हें अब खेल को अलविदा कह देना चाहिए? आईपीएल 2024 में खेलते हुए धोनी ने भले ही फैंस को रोमांचित किया हो, लेकिन उनके प्रदर्शन और फिटनेस को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं।

धोनी का क्रिकेट करियर: एक शानदार सफर

महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीती। उन्होंने न सिर्फ भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाया, बल्कि अपने कूल और रणनीतिक दिमाग से टीम इंडिया को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद धोनी केवल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलते रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलते हुए उन्होंने पांच बार टीम को चैंपियन बनाया, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनकी फिटनेस और बल्लेबाजी पर सवाल उठने लगे हैं।

क्या धोनी का समय अब खत्म हो गया है?

धोनी के आलोचकों का मानना है कि अब उन्हें क्रिकेट छोड़ देना चाहिए क्योंकि:

  1. उम्र और फिटनेस: धोनी 42 साल के हो चुके हैं और विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में खेलना आसान नहीं होता। युवा खिलाड़ियों की तुलना में उनकी मूवमेंट और रिफ्लेक्सेस थोड़े धीमे हो गए हैं।
  2. बल्लेबाजी में गिरावट: आईपीएल में हाल के सीजन में उन्होंने कुछ शानदार पारियां खेली हैं, लेकिन वह अब उस आक्रामक बल्लेबाज की छवि में नहीं दिखते, जो किसी भी समय मैच का रुख बदल देता था।
  3. सीएसके की भविष्य की योजना: चेन्नई सुपर किंग्स को अब भविष्य के कप्तान और विकेटकीपर की तलाश करनी होगी। क्या यह सही समय है कि धोनी युवाओं को मौका दें?
  4. बार-बार चोट लगना: धोनी पिछले कुछ सीजन से चोटों से जूझ रहे हैं। घुटने की चोट के बावजूद उन्होंने खेलना जारी रखा, लेकिन क्या अब यह सही नहीं होगा कि वह खुद को आराम दें?

फैंस और टीम मैनेजमेंट की राय

जहां कुछ लोग मानते हैं कि धोनी को अब संन्यास ले लेना चाहिए, वहीं दूसरी ओर उनके फैंस का कहना है कि धोनी जब तक खेलना चाहते हैं, उन्हें खेलना चाहिए। सीएसके टीम मैनेजमेंट भी धोनी पर पूरा भरोसा जताता है।

सीएसके के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा था कि धोनी टीम के लिए बेहद अहम हैं और जब तक वह फिट हैं, तब तक खेल सकते हैं। खुद धोनी भी इस पर ज्यादा बात नहीं करते और जब तक उनका मन करेगा, वह खेलते रहेंगे।

क्या धोनी खुद लेंगे संन्यास का फैसला?

धोनी हमेशा अपने फैसलों से सबको चौंकाते आए हैं। 2014 में उन्होंने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया, 2017 में वनडे और टी20 कप्तानी छोड़ दी, और 15 अगस्त 2020 को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास का ऐलान कर दिया।

संभव है कि आईपीएल के किसी भी सीजन के बाद वह चुपचाप संन्यास ले लें। उन्होंने हमेशा अपने संन्यास का फैसला खुद लिया है, और वह तब तक खेलते रहेंगे, जब तक उन्हें लगेगा कि वह टीम के लिए योगदान दे सकते हैं।

धोनी को क्रिकेट छोड़ देना चाहिए?

धोनी के संन्यास पर बहस जारी है, लेकिन यह उनका व्यक्तिगत फैसला होगा। अगर वह फिट रहते हैं और टीम को फायदा पहुंचा सकते हैं, तो उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए। लेकिन अगर उनका प्रदर्शन गिरता है और टीम को नए कप्तान की जरूरत महसूस होती है, तो उन्हें सम्मानजनक तरीके से खेल को अलविदा कह देना चाहिए।

फैंस धोनी को खेलते देखना पसंद करते हैं, लेकिन हर खिलाड़ी के करियर का एक अंत होता है। क्या 2024 उनका आखिरी आईपीएल सीजन होगा? यह देखने वाली बात होगी!

By Author

पत्रकारिता के क्षेत्र में अब 10 साल हो गए हैं. Human और Humor बिट की स्टोरी से काफी लगाव है. दिल से Local हूं और सोच से Global. लिट्टी चोखा से काफी लगाव है. धनबाद का रहने वाला हूं, फिलहाल दिल्ली में रह रहा हूं.

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