जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियाँ आती हैं जब हमें आर्थिक सहायता की जरूरत पड़ती है. बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों से कर्ज़ लेना एक विकल्प हो सकता है, लेकिन कई बार लोग ब्याज, दस्तावेज़ी प्रक्रियाओं और सख्त नियमों से बचने के लिए अपने रिश्तेदारों से कर्ज़ लेना पसंद करते हैं. हालाँकि, परिवार और पैसों के मामलों को सही ढंग से संभालना जरूरी होता है, ताकि रिश्तों में खटास न आए. इस लेख में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि रिश्तेदारों से कर्ज़ कैसे लें, किन बातों का ध्यान रखें, और इसे वापस करने का सही तरीका क्या हो.
- सही रिश्तेदार का चुनाव करें
हर रिश्तेदार से कर्ज़ लेना सही नहीं होता. कुछ लोग आपकी मदद खुशी-खुशी करेंगे, जबकि कुछ रिश्तेदार बाद में इस बात को ताना मार सकते हैं या आप पर दबाव डाल सकते हैं. इसलिए, सही व्यक्ति का चुनाव करना बहुत जरूरी है.
(a) भरोसेमंद और सहायक रिश्तेदार चुनें
• उन रिश्तेदारों से कर्ज़ लेने का प्रयास करें, जो आपकी आर्थिक स्थिति और जरूरतों को समझते हों.
• वे व्यक्ति जो पहले भी किसी की आर्थिक मदद कर चुके हैं और बिना स्वार्थ के सहायता करते हैं.
(b) ऐसे रिश्तेदार से बचें जो बाद में ताने मार सकते हैं
• कुछ लोग कर्ज़ देने के बाद हर जगह इस बात का प्रचार करते हैं और आपको बार-बार एहसान जताते हैं.
• ऐसे लोगों से कर्ज़ लेने से बचना चाहिए ताकि आपके आत्म-सम्मान को ठेस न पहुंचे.
(c) पारिवारिक विवाद से बचें
• परिवार के भीतर पैसों के लेन-देन से कभी-कभी विवाद हो सकता है.
• कोशिश करें कि ऐसा कोई व्यक्ति चुना जाए जिससे पहले भी पैसों को लेकर कोई समस्या न हुई हो.
- कर्ज़ लेने से पहले खुद को तैयार करें
(a) यह तय करें कि आपको कितनी रकम चाहिए
• रिश्तेदारों से कर्ज़ लेने से पहले यह स्पष्ट करें कि आपको कितनी रकम की जरूरत है.
• जरूरत से ज्यादा मांगने से बचें, ताकि रिश्ता खराब न हो.
(b) वापसी की योजना बनाएं
• कर्ज़ लेने से पहले यह तय कर लें कि आप इसे कैसे और कब तक लौटाएंगे.
• अगर आप समय पर पैसा नहीं लौटा पाएंगे, तो रिश्ते में दरार आ सकती है.
(c) दूसरा विकल्प भी सोचें
• अगर संभव हो, तो रिश्तेदारों से पैसे मांगने से पहले अन्य विकल्पों पर भी विचार करें, जैसे बचत का उपयोग करना, अतिरिक्त काम करना या छोटे कर्ज़ के लिए बैंक से संपर्क करना.
• इससे रिश्तों पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ेगा.
- रिश्तेदार से पैसे मांगने का सही तरीका
रिश्तेदारों से पैसे मांगने के लिए सही तरीका अपनाना बहुत जरूरी है.
(a) सम्मानपूर्वक और ईमानदारी से बात करें
• विनम्रता और सम्मान के साथ अपनी स्थिति को स्पष्ट करें.
• ईमानदारी से बताएं कि आपको किसलिए पैसे की जरूरत है और आप इसे कैसे लौटाएंगे.
उदाहरण:
“भाईसाहब, मुझे कुछ समय के लिए पैसों की जरूरत है. अगर आप मेरी मदद कर सकें, तो मैं आपका आभारी रहूंगा. मैं इसे अगले छह महीनों में चुका दूंगा.”
(b) दबाव न डालें
• अगर रिश्तेदार कर्ज़ देने में संकोच कर रहे हैं, तो उन पर जबरदस्ती दबाव न डालें.
• यह उनका अधिकार है कि वे मदद करें या न करें.
(c) व्यक्तिगत मुलाकात करें
• पैसे मांगने के लिए फोन या मैसेज की बजाय आमने-सामने मुलाकात करें.
• इससे आपकी बात ज्यादा प्रभावी होगी और रिश्तेदार आपकी स्थिति को बेहतर समझ पाएंगे.
(d) बड़े वादे करने से बचें
• कभी भी ऐसा वादा न करें जिसे आप पूरा न कर सकें, जैसे कि “मैं एक महीने में ही पैसा लौटा दूंगा”, जब आपको पता हो कि ऐसा संभव नहीं है.
• ईमानदारी से वास्तविक स्थिति बताएं.
- कर्ज़ लेने के बाद किन बातों का ध्यान रखें?
(a) समय पर भुगतान करें
• यह सुनिश्चित करें कि आप पैसे को समय पर वापस करें.
• अगर किसी कारण से देरी हो रही है, तो रिश्तेदार को पहले ही सूचित करें.
(b) अगर संभव हो तो ब्याज दें
• अगर रिश्तेदार ने बिना ब्याज के पैसा दिया है, तो आप अपनी ओर से कुछ अतिरिक्त राशि देकर उनका धन्यवाद कर सकते हैं.
• यह आपके रिश्ते को और मजबूत बनाएगा.
(c) धन्यवाद देना न भूलें
• रिश्तेदार की सहायता को हल्के में न लें.
• जब भी आपको मौका मिले, उनके इस एहसान के लिए आभार व्यक्त करें.
(d) भविष्य में उनकी मदद करें
• अगर कभी आपके रिश्तेदार को आपकी मदद की जरूरत पड़े, तो आगे बढ़कर सहायता करें.
• इससे पारिवारिक संबंध और मजबूत होंगे.
- अगर आप पैसा न लौटा पाएं तो क्या करें?
(a) रिश्तेदार को पहले ही सूचित करें
• अगर किसी कारणवश आप समय पर पैसा नहीं लौटा सकते, तो रिश्तेदार को जल्द से जल्द इस बारे में बता दें.
(b) आंशिक भुगतान करें
• अगर पूरी राशि लौटाना संभव नहीं है, तो कम से कम जितना संभव हो, उतना चुका दें.
• इससे रिश्तेदार को लगेगा कि आप अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से ले रहे हैं.
(c) लिखित समझौता करें
• अगर बड़ी राशि का मामला हो, तो आप लिखित में एक समझौता कर सकते हैं, जिसमें यह उल्लेख हो कि आप कितने समय में पैसा लौटा देंगे.
(d) रिश्ते को प्राथमिकता दें
• पैसे को रिश्ते से ऊपर न रखें.
• अगर आपको लगता है कि पैसा वापस न करने से रिश्ते खराब हो सकते हैं, तो कोई और तरीका निकालें, जैसे कि किश्तों में चुकाना या कोई अन्य मदद देना.
- रिश्तेदार से कर्ज़ लेने के फायदे और नुकसान
फायदे:
1. ब्याज नहीं देना पड़ता – रिश्तेदार आमतौर पर बिना ब्याज के पैसा दे सकते हैं.
2. कोई जटिल प्रक्रिया नहीं – बैंक की तरह कोई दस्तावेज़ी प्रक्रिया नहीं होती.
3. भावनात्मक समर्थन – रिश्तेदार आपकी स्थिति को समझ सकते हैं और भावनात्मक रूप से भी सहारा दे सकते हैं.
नुकसान:
1. रिश्ते खराब होने का खतरा – अगर पैसा समय पर नहीं लौटाया गया, तो रिश्ते में खटास आ सकती है.
2. अनावश्यक दबाव – कुछ रिश्तेदार बार-बार पैसे की याद दिलाकर मानसिक दबाव बना सकते हैं.
3. परिवार में चर्चा का विषय बन सकता है – अगर मामला बिगड़ता है, तो पूरा परिवार इसमें शामिल हो सकता है, जिससे आपको शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है.
निष्कर्ष
रिश्तेदारों से कर्ज़ लेना आसान हो सकता है, लेकिन इसे समझदारी से संभालना जरूरी है. सही रिश्तेदार का चुनाव, विनम्रता से पैसे मांगना, और समय पर भुगतान करना बहुत जरूरी होता है. पैसे को लेकर रिश्ते खराब न हों, इसके लिए पारदर्शिता और आपसी समझ बनाए रखना जरूरी है.
याद रखें: पैसा महत्वपूर्ण है, लेकिन रिश्ते उससे भी ज्यादा मूल्यवान होते हैं. इसलिए, पैसों को रिश्तों से ऊपर न रखें और हमेशा ईमानदारी और सम्मान के साथ व्यवहार करें.