भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने एक किस्सा शेयर (Smriti Irani Shared Emotional Story) किया. इस कहानी को सुनने के बाद आप भावुक हो जाएंगे. दरअसल कहानी बहुत ही ज्यादा मार्मिक है. सोचिए, 140 करोड़ की आबादी में 70 करोड़ आबादी महिलाओं की है, फिर भी वर्तमान में महिलाएं कई अधिकारों से वंचित हैं. ऐसे में स्मृति ईरानी ने जो कहानी साझा की है वो सभी को पढ़ना चाहिए.
क्या है कहानी?
स्मृति ईरानी बताती हैं कि एक कार्यक्रम के दौरान एक महिला से मुलाकात हुई. ये किस्सा 16 साल पुराना है. ईरानी ने जब उनसे उनका परिचय पूछा तो उन्होंने कहा मेरा परिचय एक ऐसी मां के रूप में दीजिए जो अपनी बेटी को मारना चाहती थी, मगर असफल हो गई.
क्या है पूरी कहानी
कहानी पंजाब की एक महिला की है, जिसकी 2 बेटियां थीं. उसने एक और बेटी को जन्म दे दिया था. ऐसे में पति ने उसे घर आने से मना कर दिया. घर आने की एक ही शर्त थी, बेटी को मारकर आओ. काफी विचार-विमर्श करने के बाद महिला घर आई और ठंड के दिनों में अपनी बेटी को घर के बाहर बिना कपड़े के खाट पर लिटा दिया और उसके मरने का इंतजार किया. रात भर रहने के बावजूद भी बच्ची नहीं मरी, ऐसे में महिला ने तय किया कि उस बच्ची को पालेगी.
मार्मिक कहानी है
पढ़ने में ये कहानी मामूली लग रही होगी, मगर गहराई से देखें तो काफी मार्मिक है. सोचिए, आज हम चांद पर पहुंच गए हैं, मंगल पर जाने की जुगत में लगे हैं, इन सबके बावजूद हम अभी बेटियों को मारने पर विचार कर रहे हैं. 8 मार्च को हमने बड़े ही धूमधाम से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया, मगर सवाल है कि क्या हम इसके हकदार हैं.
सोच बदलिए
बेशक, कहानी के जरिए हम आप सभी को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर वाकई में देश का विकास चाहते हैं, तो हमें अपनी सोच को बदलना होगा.